चित्रकूट के सदर ब्लॉक में गोमती सिंह पटेल और गुलाब सिंह पटेल की जोड़ी ने ग्राम पंचायतों में विकास की नई इबारत लिखी है। जानिए कैसे पति-पत्नी की इस जोड़ी ने 8 वर्षों में बदल दिया गांवों का चेहरा।
संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट (सदर ब्लॉक कर्वी)। जहां इच्छाशक्ति हो, वहां राहें खुद बन जाती हैं। यह कहावत चरितार्थ होती है चित्रकूट के सदर ब्लॉक कर्वी में, जहां क्षेत्र पंचायत प्रमुख गोमती सिंह पटेल और उनके पति एवं पूर्व प्रमुख गुलाब सिंह पटेल ने मिलकर गांवों के विकास की रफ्तार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।
वर्ष 2017 से 2020 तक गुलाब सिंह पटेल ने क्षेत्र पंचायत प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला था। इस दौरान उन्होंने 95 में से करीब 90 ग्राम पंचायतों में बुनियादी और संरचनात्मक विकास कार्यों की नींव रखी। वहीं, 2021 में जब उनकी पत्नी गोमती सिंह पटेल को यह जिम्मेदारी मिली, तब उन्होंने भी अपने पति के पदचिन्हों पर चलते हुए विकास कार्यों को और तेज कर दिया।
📈 92 ग्राम पंचायतों में से 86 में हुआ सराहनीय कार्य
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान में सदर ब्लॉक की 92 में से लगभग 86 ग्राम पंचायतों में उल्लेखनीय विकास कार्य कराए गए हैं। यही नहीं, कई स्थानों पर अभी भी निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। चाहे सड़क निर्माण हो, सार्वजनिक सुविधाएं हों या ग्रामीण आवास योजनाएं—प्रत्येक क्षेत्र में सक्रियता दिखाई दी है।
🌱 विकास कार्यों को मिली प्राथमिकता, दिख रहा है बदलाव
बीते आठ वर्षों में इस ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में जो बदलाव देखने को मिला है, वह किसी एक योजना का परिणाम नहीं, बल्कि निरंतर प्रयासों और पारदर्शी कार्यशैली का साक्षात उदाहरण है।
गोमती सिंह पटेल और गुलाब सिंह पटेल की जोड़ी ने न केवल शासन की योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाया बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि हर कार्य समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा हो।
🙏 सादगी और सेवा भाव ने बनाया लोकप्रिय नेता
गुलाब सिंह पटेल की कार्यशैली को लेकर ग्रामीणों में गहरी श्रद्धा है। वे जब गांवों का दौरा करते हैं, तो किसी भी प्रकार के औपचारिक दिखावे से दूर रहकर सीधे ग्रामीणों के बीच बैठते हैं। जमीन पर बैठकर संवाद करना, ग्रामीणों की बातों को ध्यान से सुनना और त्वरित समाधान देना उनकी पहचान बन चुकी है।
🛠️ हर कमी पर तुरंत कार्रवाई, गुणवत्ता है प्राथमिकता
जब भी किसी कार्य में कोई त्रुटि या शिकायत मिलती है, तो उस पर बिना देरी के कार्रवाई की जाती है। यह तत्परता और ज़िम्मेदारी ही है, जिससे जनता का विश्वास बना हुआ है।
❤️ नेतृत्व बदला, लेकिन जनसेवा का भाव नहीं
गांव के साधारण परिवेश से निकलकर पंचायत प्रमुख की कुर्सी तक पहुंचने वाले गुलाब सिंह पटेल और गोमती सिंह पटेल ने नेतृत्व की जिम्मेदारी को कभी घमंड नहीं बनने दिया। आज भी वे पहले जैसे सादगीपूर्ण अंदाज़ में लोगों से मिलते हैं, जिससे जनता के दिलों में उनका विशेष स्थान है।
🗣️ जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है उद्देश्य — गुलाब सिंह पटेल
जब निवर्तमान क्षेत्र पंचायत प्रमुख गुलाब सिंह पटेल से इस विषय में वार्ता की गई, तो उन्होंने स्पष्ट कहा—
“जनता ने हमें चुनकर यह जिम्मेदारी सौंपी है। हमारी कोशिश रहती है कि शासन से प्राप्त धनराशि का उपयोग पूरी ईमानदारी से गांवों के विकास में किया जाए। यह जनता की उम्मीद और विश्वास ही है जो हमें प्रेरित करता है।”
एक प्रेरक नेतृत्व, जो गांवों को बदल रहा है
इस उदाहरण से यह स्पष्ट होता है कि यदि स्थानीय नेतृत्व ईमानदार और सक्रिय हो तो शासन की योजनाएं कागज़ से निकलकर जमीनी हकीकत बन सकती हैं। गोमती सिंह पटेल और गुलाब सिंह पटेल की जोड़ी आज सदर ब्लॉक के लिए विकास का पर्याय बन चुकी है।