गोरखपुर में शादी के नाम पर हरियाणा के युवक से 1.18 लाख की ठगी। शादी के अगले ही दिन दुल्हन कार में बैठकर भाग गई। पुलिस को सबूत देने के बाद भी कार्रवाई नहीं।
सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश। हरियाणा के रोहतक जिले से गोरखपुर शादी के सपने लेकर आया एक युवक न केवल ठगी का शिकार हो गया बल्कि उसका भरोसा और मेहनत की कमाई दोनों ही छिन गई। 1.18 लाख रुपये खर्च करके शादी तो कर ली, लेकिन अगले ही दिन कथित दुल्हन एक कार में बैठकर फरार हो गई। दो महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
शादी का झांसा, फिर ठगी
41 वर्षीय सुरेंद्र कुमार, जो रोहतक जिले के मकड़ौली गांव का निवासी है, ने जब शादी करने की इच्छा जताई तो उसकी मुंहबोली बहन कुलदीप कौर ने गोरखपुर में लड़की से शादी कराने का भरोसा दिलाया। इसके लिए कुलदीप ने 1.20 लाख रुपये खर्च आने की बात कही।
इसके बाद, 19 अप्रैल 2025 को कुलदीप अपने भतीजे राजेश के साथ सुरेंद्र को गोरखपुर लेकर आई। रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक होटल में मधु नाम की महिला से मुलाकात कराई गई, जिसने ‘चांदनी’ नामक लड़की की तस्वीर दिखाई। फोटो देखकर सुरेंद्र ने शादी के लिए हां कर दी।
अगले ही दिन, 20 अप्रैल को होटल में ही दोनों की शादी करा दी गई। सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन यह शुरुआत मात्र थी।
अगली सुबह दुल्हन हुई फरार
लेकिन जैसे ही अगली सुबह आई, नौसढ़ बस स्टैंड पर पहुंचने के बाद चांदनी ने किसी को फोन किया। कुछ ही देर में एक सफेद कार वहां आई और उसमें सवार चार लोग चांदनी को लेकर फरार हो गए। सुरेंद्र ने जब विरोध किया तो उसकी आंखों में धूल झोंक दी गई और वह कुछ समझ पाता, उससे पहले ही दुल्हन गायब हो चुकी थी।
पुलिस को सौंपे सबूत, कार्रवाई शून्य
सुरेंद्र ने तत्काल गीडा थाना क्षेत्र की नौसढ़ चौकी में शिकायत दर्ज कराई। उसने पुलिस को आरोपियों के फोटो, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड की कॉपी, होटल का नाम, गाड़ी का नंबर, सब कुछ सौंप दिया। यहां तक कि होटल के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल निकलवाने की मांग भी की गई।
फिर भी, अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, न ही किसी की लोकेशन ट्रेस की गई। सुरेंद्र का आरोप है कि वह एक सप्ताह तक पुलिस थाने और चौकी के चक्कर काटता रहा लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला।
“अब भगवान ही दिला सकता है इंसाफ”
सुरेंद्र कुमार का कहना है,
“मैंने दारोगा को सब कुछ सौंप दिया, जो करना था कर दिया, लेकिन ठग आज भी आजाद घूम रहे हैं। अब तो भगवान ही इंसाफ दिला सकता है।”
बिहार की मधु, गिरोह की मास्टरमाइंड
जांच में सामने आया कि मधु, जो बिहार के मधुबनी जिले की रहने वाली है, इस पूरे विवाह ठगी गिरोह की सरगना है। दुल्हन बनी चांदनी ने गगहा थाना क्षेत्र के एक गांव का नाम आधार कार्ड में लिखा था। लेकिन जब सुरेंद्र ने गांव में जाकर पहचान की कोशिश की, तो न वहां चांदनी थी, न ही उसकी कोई जानकारी। गांव वालों ने फोटो देखकर भी पहचानने से इनकार कर दिया।
शादी के नाम पर धोखाधड़ी की यह घटना न सिर्फ एक व्यक्ति की भावनाओं से खिलवाड़ है बल्कि यह इस बात की मिसाल है कि कैसे योजनाबद्ध तरीके से ठग युवाओं को निशाना बना रहे हैं। पुलिस को मामले में तत्परता से कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए, ताकि अन्य लोग ऐसी ठगी से बच सकें।