Monday, July 21, 2025
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भीख से बंगलों तक: एक कोठी, दो शोरूम और लाखों की चल-अचल संपत्ति—पैसे की पुड़िया खोली तो निकला धर्मांतरण जाल

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में एक गुप्त और सुनियोजित अवैध धर्मांतरण रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। इस रैकेट के मुख्य चेहरे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार कर 7 दिन की ATS रिमांड पर भेजा गया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह गिरोह विदेशी फंडिंग, हवाला नेटवर्क और ‘ब्रेनवॉशिंग’ के ज़रिए धर्मांतरण को अंजाम दे रहा था।

📌 ब्रेकिंग पॉइंट्स

🔹 गिरफ्तारी: लखनऊ के होटल ‘स्टार रूम्स’ से छांगुर बाबा और नीतू को गिरफ्तार किया गया।

🔹 बुलडोजर: बाबा की बलरामपुर स्थित कोठी पर बुलडोजर चला, कई अवैध निर्माण ध्वस्त।

🔹 डिजिटल सबूत: ATS को धर्मांतरण से जुड़े दस्तावेज़, शपथ पत्र और प्रचार सामग्री मिली।

🔹 ED का एक्शन: प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में केस दर्ज कर जांच शुरू की।

🔹 ब्रेनवॉशिंग मॉडल: नीतू पीड़िता बनकर लड़कियों को मानसिक रूप से तैयार करती थी।

🔹 विदेशी लिंक: फंडिंग के स्रोत विदेशों से जुड़ने की संभावना, हवाला का भी शक।

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🧠 ग्राउंड इंटेलिजेंस: रैकेट का संचालन कैसे होता था?

ATS सूत्रों के अनुसार, नीतू उर्फ नसरीन इस रैकेट की महिला शाखा को नियंत्रित करती थी। वह खुद को रोगी या शारीरिक रूप से पीड़िता बता कर लड़कियों से सहानुभूति हासिल करती थी। फिर उन्हें बाबा से मिलवाया जाता, जहां कथित ‘इलाज’ के नाम पर मानसिक प्रभाव डाला जाता। यही मॉडल कई महिलाओं पर अपनाया गया और फिर कथित रूप से उनका धर्मांतरण कराया गया।

🏚️ बाबा की संपत्ति: भीख से बंगलों तक का सफर

बलरामपुर के स्थानीय नागरिकों के मुताबिक, छांगुर बाबा का अतीत सड़क किनारे बैठ कर भीख मांगने का रहा है। लेकिन आज:

  • एक आलीशान कोठी
  • बस स्टेशन के पास एक बड़ा शोरूम
  • एक ब्यूटी पार्लर
  • और दर्जनों लाखों की संपत्तियां बाबा के नाम या संबंधियों के नाम पर पाई गई हैं।

📂 वित्तीय नेटवर्क: कौन कर रहा था फंडिंग?

मामले की जांच कर रही ATS और ED दोनों को शक है कि यह नेटवर्क भारत में धर्मांतरण के बदले विदेशी NGOs, इस्लामिक फंडिंग एजेंसियों या अन्य संदिग्ध स्रोतों से फंड प्राप्त कर रहा था। हवाला चैनलों से पैसे ट्रांसफर करने के भी संकेत मिले हैं।

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🌐 नेटवर्क कितने दूर तक फैला है?

ATS ने शुरुआती जांच में यह भी पाया है कि यह रैकेट सिर्फ बलरामपुर या लखनऊ तक सीमित नहीं है। इसकी शाखाएं बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, यहां तक कि नेपाल सीमा तक फैली हो सकती हैं। कई संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है, जिनकी तलाश की जा रही है।

🏛️ सरकारी रुख: योगी सरकार का सख्त संदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रकरण को प्रदेश की सांप्रदायिक शांति और सामाजिक ताने-बाने पर सीधा हमला बताया है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है और ऐसे सभी रैकेटों को जड़ से खत्म करने की बात कही है।

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“कानून के खिलाफ काम करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।” — सीएम योगी

⚠️ क्या यह केवल धर्मांतरण है या कोई बड़ी साजिश?

विशेषज्ञों का मानना है कि धर्मांतरण के ज़रिए सामाजिक ध्रुवीकरण, मतांतरण की राजनीति और विदेशी हस्तक्षेप जैसे गंभीर मसले भी जुड़े हो सकते हैं। आने वाले दिनों में:

  • अंतरराष्ट्रीय फंडिंग की भूमिका
  • राजनीतिक संरक्षण की संभावना
  • साइबर माध्यम से प्रचार
  • जैसे एंगल भी जांच के घेरे में आ सकते हैं।
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🔍 परत-दर-परत खुल रहा है षड्यंत्र

छांगुर बाबा और नीतू नसरीन की गिरफ्तारी इस बात की पुष्टि करती है कि धर्म के नाम पर एक बड़ा फरेबी जाल चलाया जा रहा था। ATS, ED और STF की संयुक्त जांच से उम्मीद है कि यह नेटवर्क जल्द ही पूरी तरह बेनकाब होगा।

📢 नोट: यदि आपके पास इस मामले से संबंधित कोई जानकारी है, तो आप सुरक्षा एजेंसियों से सीधे संपर्क कर सकते हैं। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

📲 इस रिपोर्ट को शेयर करें और समाज में फैल रही काली साजिशों को बेनकाब करने में सहयोग करें।

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