“छांगुर बाबा केस में उत्तर प्रदेश ATS की जांच में हुआ बड़ा खुलासा—100 करोड़ की संपत्ति, अवैध धर्मांतरण नेटवर्क, विदेशी फंडिंग और देशभर में फैला नेटवर्क। जानिए पूरी कहानी विस्तार से।”
चुन्नीलाल प्रधान के साथ नौशाद अली की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से सामने आए एक सनसनीखेज मामले में जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा का नाम इन दिनों सुर्खियों में है। कभी सड़कों पर नग और अंगूठी बेचने वाला यह व्यक्ति आज 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का मालिक बताया जा रहा है। यह खुलासा उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (UP ATS) की एक गहन जांच में हुआ है। अब मामला प्रवर्तन निदेशालय (ED) तक पहुंच चुका है और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
ATS की रिपोर्ट ने खोले चौंकाने वाले राज
सबसे पहले, ATS ने छांगुर बाबा और उससे जुड़ी कई फर्जी संस्थाओं के बैंक खातों की जांच की। इस दौरान यह तथ्य सामने आया कि इन खातों में कुल मिलाकर 100 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ है। इस रिपोर्ट को अब ED को सौंप दिया गया है, जिससे यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग की श्रेणी में आ सकता है।
अवैध धर्मांतरण नेटवर्क का सरगना
ध्यान देने योग्य बात यह है कि छांगुर बाबा वही व्यक्ति है जिसे कुछ समय पहले अवैध धर्मांतरण नेटवर्क चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि पिछले 5 से 6 वर्षों में उसने अपार संपत्ति बना ली। इनमें अलीशान कोठियां, महंगी लग्जरी गाड़ियां, और कई फर्जी संस्थाएं शामिल हैं।
मधपुर की कोठी: नेटवर्क का केंद्र
जांच में यह भी सामने आया कि बलरामपुर जिले के मधपुर गांव में स्थित उसकी आलीशान कोठी ही इस पूरे नेटवर्क का मुख्य अड्डा थी। यहीं से पूरे देश में उसका धर्मांतरण और आर्थिक गड़बड़ी का नेटवर्क संचालित होता था। इस कोठी में एक डिग्री कॉलेज खोलने की योजना भी थी, जिसका निर्माण शुरू हो चुका था। हालांकि, गिरफ्तारी के बाद वह योजना अधर में लटक गई है।
सहयोगियों की तलाश जारी
ATS और STF की टीमें अब उसके 14 अन्य सहयोगियों की तलाश कर रही हैं। इनमें कई कथित पत्रकार, धार्मिक प्रभावशाली लोग और पहले से आरोपी व्यक्ति शामिल हैं। जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उनमें शामिल हैं:
महबूब, पिंकी हरिजन, हाजिरा शंकर, पैमैन रिज़वी (कथित पत्रकार), सगीर।
इनमें से कई के खिलाफ पहले से FIR दर्ज हैं, और इनका संबंध आज़मगढ़, औरैया, सिद्धार्थनगर जैसे जिलों से है।
विदेशों से आया पैसा? 50 बार विदेश यात्रा
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि छांगुर बाबा ने अब तक 40 से 50 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की है। इसके अलावा, उसने बलरामपुर में कई संपत्तियां भी खरीदी हैं। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि ग़ैर-क़ानूनी फंडिंग, विशेष रूप से खाड़ी देशों से तो नहीं आई।
देशभर में फैला हुआ नेटवर्क
सबसे अहम बात यह है कि छांगुर बाबा का नेटवर्क केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे भारत में फैला हुआ है। एसटीएफ और एटीएस की संयुक्त टीमें इस नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने के लिए काम कर रही हैं।
छांगुर बाबा का मामला केवल एक व्यक्ति की आपराधिक गतिविधियों का मामला नहीं है, बल्कि यह एक बहुस्तरीय संगठित नेटवर्क की ओर इशारा करता है, जिसमें धार्मिक कट्टरता, विदेशी फंडिंग, अवैध धर्मांतरण, और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर पहलू जुड़े हुए हैं। आने वाले समय में इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।