Sunday, July 20, 2025
spot_img

दस्यु युग खत्म, पर काले साम्राज्य के वारिस अब शहरों में ताज पहन रहे हैं





संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट। कभी बीहड़ों और जंगलों में दहशत फैलाने वाले दस्यु अब इतिहास बन चुके हैं, लेकिन उनके संरक्षणदाताओं का प्रभाव अब शहरों और कस्बों में साफ नजर आने लगा है। जहां पहले बंदूक के बल पर दहशत का साम्राज्य चलता था, वहीं अब उसी दहशत के दम पर जुटाई गई अवैध संपत्तियों से दबंग भू-माफियाओं का साम्राज्य खड़ा हो चुका है।

अब जंगल नहीं, शहरों में फल-फूल रहा काला साम्राज्य

दरअसल, बुन्देलखण्ड के सबसे पिछड़े जनपदों में शुमार चित्रकूट में कभी दस्युओं का इतना बोलबाला था कि सांसद, विधायक से लेकर ग्राम प्रधान तक दस्यु सरगनाओं के इशारे पर चुने जाते थे। यही नहीं, दस्युओं को संरक्षण देने वालों की मदद से स्थानीय प्रतिनिधि विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन की मोटी वसूली करते थे। नतीजतन, सिर्फ दस्यु ही नहीं, बल्कि उनके सरंक्षक भी मालामाल हो गए।

यह भी पढें- परीक्षा नहीं अब प्रक्रिया होगी—डर की नहीं विकास की होगी पढ़ाई

संरक्षण के दम पर बिछाया गया अवैध संपत्तियों का जाल

अब जब दस्युओं का सफाया हो चुका है, तो वही सरंक्षक शहरों और कस्बों में जमीनों की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं। पहले जो भूमाफिया दस्युओं के दम पर संपत्तियां जुटाया करते थे, अब उन्हीं संपत्तियों के बल पर करोड़ों की जमीनें खरीदकर महंगे दामों पर बेच रहे हैं।

Read  छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़ा धमाका तय! निष्क्रिय नेताओं की छुट्टी, नए चेहरों को कमान

यह भी पढिए- दस्युओं के संरक्षण के बल पर जनप्रतिनिधि चुने जाने वाले नेताओं की नैय्या अब कैसे लगेगी पार..

सामने आया बड़कउना का नाम

ऐसा ही एक नाम है—आनन्द सिंह पटेल उर्फ बड़कउना, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत रामपुर कल्याणगढ़, मानिकपुर तहसील। सूत्रों के अनुसार, बड़कउना और उसके पिता भगत सिंह का अतीत दस्युओं के साथ गहराई से जुड़ा रहा है। बताया जाता है कि दोनों ने दस्यु सरगनाओं खासकर ददुआ, छोटवा पटेल और बलखड़िया गैंग के संरक्षण में रहकर अकूत दौलत जुटाई।

यह भी पढिए- बीहड़ों में डकैतों की धमक ने उड़ाई प्रशासन की नींद, बढाई लोगों की धडकनें

अपराधों की लंबी फेहरिस्त

भगत सिंह, जो ददुआ का दाहिना हाथ कहा जाता था, उसके बेटे बड़कउना पर भी कई संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। मानिकपुर और मारकुंडी थानों में अपराधों की लंबी फेहरिस्त आज भी मौजूद है। यह भी सामने आया है कि बड़कउना खुद दस्यु गतिविधियों में संलिप्त रहा है और जेल की हवा भी खा चुका है।

संपत्ति का दिख रहा प्रत्यक्ष प्रभाव

बड़कउना द्वारा हल्दी डांडी में दो मंजिला आलीशान भवन बनवाया गया है। वहीं उसकी बेटी की शादी में भी लाखों रुपये खर्च किए गए। इसके अलावा, ग्राम प्रधान रहते हुए विकास कार्यों में जमकर घोटाले किए गए हैं। मुक्तिधाम निर्माण और आरआरसी सेंटर में सरकारी मानकों की धज्जियां उड़ाई गईं और स्थानीय पहाड़ों से अवैध खनिज खनन कर राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया गया।

Read  ऐसा गांव, जहां हर साल लगता है भूतों का मेला, UP ही नहीं इन 4 राज्यों से भी आते हैं लोग

यह भी पढिए- जिससे कांपते थे गांव-शहर गोलियों ने सुनाया अंतिम फैसला: कुख्यात डकैत विनोद गडरिया मुठभेड़ में ढेर

कड़ी जांच और कार्रवाई की मांग

इस पूरे मामले में सबसे अहम सवाल यही है कि आखिर कब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन इन सरंक्षक भू-माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेगा? इनके द्वारा अर्जित संपत्तियां सार्वजनिक धन और आम जनता के अधिकारों का मखौल उड़ाती हैं।

फिरौती और रंगदारी की रकम कहां गई?

सूत्रों का यह भी दावा है कि दस्यु सम्राट ददुआ द्वारा फिरौती और रंगदारी से वसूली गई करोड़ों की रकम भगत सिंह के पास जमा होती थी। भगत सिंह की मौत के बाद यह सारा पैसा आनन्द सिंह उर्फ बड़कउना के पास पहुंचा, जो अब उस पूंजी से रसूखदार बन बैठा है।

यह भी पढिए- काकोरी ट्रेन डकैती की 100वीं वर्षगांठ: स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि

जिन हाथों में एक समय बंदूक थी, आज उनके वारिसों के हाथ में सरकारी मुहर है

सवाल यह है कि क्या ऐसे लोगों के खिलाफ जांच एजेंसियां आंखें खोलेंगी? या फिर दस्यु-राज का यह नया रूप यूं ही प्रशासनिक चुप्पी की छाया में फलता-फूलता रहेगा?

अगले अंक में…
“दस्युओं के संरक्षण के दम पर अर्जित संपत्तियों और उनसे जुड़ी अन्य कड़ियों का खुलासा अगले अंक में…”
Read  मुख्यमंत्री के दौरे की तैयारियों का जिलाधिकारी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के साथ लिया जायजा



Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
22,400SubscribersSubscribe

डिजिटल जाल में फंसा इंसान: जब एक वीडियो कॉल आपकी ज़िंदगी बदल देता है

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट 21वीं सदी का इंसान जितना आगे तकनीक में बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से उसके जीवन में खतरे भी गहराते...

स्कूल बंद करने के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी का हल्ला बोल, बच्चों-अभिभावकों संग गेट पर धरना

आजमगढ़ में आम आदमी पार्टी का शिक्षा बचाओ आंदोलन तेज, प्राथमिक विद्यालय पल्हनी को बंद करने के फैसले के विरोध में बच्चों-अभिभावकों संग जोरदार...
- Advertisement -spot_img
spot_img

लायंस क्लब आज़मगढ़ की नई कार्यकारिणी गठित, ओम प्रकाश बने अध्यक्ष

लायंस क्लब आज़मगढ़ की नई कार्यकारिणी का गठन हुआ। ओम प्रकाश अग्रवाल बने अध्यक्ष। पर्यावरण संरक्षण हेतु 15 अगस्त तक पौधरोपण अभियान चलाने का...

विधवा की पुकार: “मुझे मेरी ज़मीन लौटा दो” — दबंगों से त्रस्त महिला न्याय के लिए दर-दर भटक रही

चित्रकूट के मानिकपुर की विधवा महिला न्याय के लिए गुहार लगा रही है। दबंगों द्वारा ज़मीन कब्जाने की कोशिश, फसल कटवाने का आरोप और...