सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया। देवरिया से भारतीय जनता पार्टी के सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद का मुँहतोड़ जवाब दिया है। यह केवल सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह भारत की वैश्विक रणनीतिक सोच का प्रतीक भी है।
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद पर करारा वार किया। देवरिया सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने अमेरिका, ब्राजील जैसे देशों में भारत का पक्ष मजबूती से रखा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
🌍 अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की दमदार प्रस्तुति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर देवरिया सांसद को एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका, ब्राजील, कोलंबिया, पनामा और गुयाना भेजा गया। इस प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कांग्रेस नेता शशि थरूर ने की। दिलचस्प बात यह रही कि हिंदी भाषी प्रवासी भारतीयों के सामने संवाद की ज़िम्मेदारी सांसद त्रिपाठी ने निभाई। उन्होंने बताया कि आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करना ही मुख्य उद्देश्य था।
🇮🇳 ऑपरेशन सिंदूर: शौर्य और रणनीति की मिसाल
सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने बताया कि पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किए गए अमानवीय हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत जो कार्रवाई की, वह साहस और रणनीति दोनों का अद्भुत संगम थी।
भारतीय सेना ने POK और पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों पर निशाना साधते हुए कई ड्रोन हमलों को भी विफल किया। यही नहीं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस जवाबी कार्रवाई को वैध और ज़रूरी बताया।
🕊️ सीजफायर पर भारत का संतुलित रुख
जब उनसे सीजफायर के समय और कारण को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि
“भारत अब एक उभरती आर्थिक शक्ति है। वैश्विक निवेश और विकास की प्रक्रिया में स्थिरता आवश्यक है, इसलिए यह निर्णय भविष्य के भारत के लिए बेहद अहम था।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत कभी भी संघर्ष का समर्थक नहीं रहा, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता पर हमला होता है, तो जवाब भी उसी स्तर पर दिया जाएगा।
🧳 प्रवासी भारतीयों का उत्साह और स्वागत
इस दौरे के दौरान, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस सहित कई राष्ट्रों के राजनयिकों से मुलाकात हुई। सांसद ने बताया कि जहां-जहां भारतीय समुदाय से संपर्क हुआ, उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना के पराक्रम की प्रशंसा की।
सांसद ने गर्व के साथ बताया कि उन्होंने विदेश में भी भारतीय परिधान – धोती-कुर्ता पहना, जिससे उन्होंने भारत की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत किया।
“अगर हम अपनी संस्कृति और भाषा का सम्मान नहीं करेंगे, तो कौन करेगा?” – शशांक मणि त्रिपाठी
🤝 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य
इस प्रतिनिधिमंडल में उनके साथ सांसद शांभवी चौधरी, डा. सरफराज अहमद, गंती हरीश मधुर, भुवनेश्वर कलिता, तेजस्वी सूर्या, मिलिंद देवड़ा, सुदीप बंद्योपाध्याय और दो गैर-राजनीतिक सदस्य तरनजीत सिंह संधू और डॉ. वरुण जेफ भी शामिल थे।
🔚 इस दौरे ने स्पष्ट कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अकेला नहीं लड़ रहा है – बल्कि पूरी दुनिया उसके साथ है। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक सशक्त संदेश है – “भारत अब हर मोर्चे पर तैयार है, चाहे वह युद्ध हो या कूटनीति।”