Monday, July 21, 2025
spot_img

नसेनी गांव में शव के साथ प्रदर्शन: अतिक्रमण और धमकी के विरोध में पीड़ित परिवार की पदयात्रा

नसेनी गांव में अतिक्रमण और धमकी के विरोध में पीड़ित परिवार ने शव के साथ तीन किलोमीटर पदयात्रा की। प्रशासन से घंटों वार्ता के बाद गिरफ्तारी और कार्रवाई का आश्वासन मिला। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

सोनू करवरिया की रिपोर्ट

नरैनी (बांदा): कोतवाली क्षेत्र के नसेनी गांव में अतिक्रमण, मारपीट और प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ एक पीड़ित परिवार ने शव के साथ लगभग तीन किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए मुख्य चौराहे की ओर कूच किया। मंगलवार को यह विरोध उस समय उग्र हो गया जब पीड़ित पक्ष ने आरोपितों की गिरफ्तारी और अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर शव का अंतिम संस्कार रोक दिया।

डेढ़ साल पुराना विवाद, रविवार को बना जानलेवा

दरअसल, गांव के जगदेव वर्मा और बुद्ध विलास वर्मा के परिवारों के बीच चबूतरा निर्माण और नाली पर अतिक्रमण को लेकर बीते डेढ़ साल से विवाद चल रहा था। पुलिस कई बार दोनों पक्षों का शांति भंग में चालान कर चुकी थी। प्रशासन की मौजूदगी में एक बार चबूतरा गिराया भी गया, लेकिन आरोप है कि दबंगों ने दोबारा निर्माण शुरू कर दिया, जिससे रविवार को विवाद ने हिंसक रूप ले लिया।

Read  गौ तस्करी चरम पर, प्रशासन बेखबर: सीयूजी नंबर बन गए ‘डेड लाइन’!

उग्र भीड़ को नियंत्रित करती पुलिस

घायल की मौत के बाद प्रदर्शन

रविवार को हुई मारपीट में घायल जगदेव वर्मा को जिला अस्पताल रेफर किया गया था, लेकिन देर रात इलाज के अभाव में उनकी मौत हो गई। सोमवार को शव गांव लाया गया। मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार की तैयारी चल ही रही थी कि तभी गांव के मेवालाल ने परिजनों को धमकाते हुए कहा—”यह तो सिर्फ ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है।” यह सुनकर पीड़ित परिवार आक्रोशित हो गया और शव लेकर मुख्य चौराहे की ओर पैदल चल पड़ा।

प्रशासन से घंटों तक चला संवाद

कस्बे के करतल मार्ग पर पहुंचने से पहले पुलिस ने कई स्थानों पर भीड़ को रोकने की कोशिश की। सीओ अंबुजा त्रिवेदी और नायब तहसीलदार डॉ. आशीष शुक्ला मौके पर पहुंचे और समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। अंततः एसडीएम सत्यप्रकाश को हस्तक्षेप करना पड़ा।

पीडितों से संवाद करते हुए अधिकारी

पीड़ितों का कहना था कि वे लगातार शिकायतें देने के बावजूद न्याय से वंचित रहे हैं और उल्टे उनके खिलाफ ही मुकदमे दर्ज हुए हैं। प्रशासन द्वारा पहले गिराए गए चबूतरे का पुनर्निर्माण भी उनकी नाराजगी का मुख्य कारण रहा।

Read  अधिवक्ता संघ की आपात बैठक में बद्री प्रसाद वर्मा बने एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन, जल्द होंगे चुनाव

मुख्य मांगें और प्रशासन की प्रतिक्रिया

विरोध कर रहे परिवार ने भाजपा मंत्री डॉ. देवेंद्र भदौरिया और मेवालाल को घटना में शामिल बताते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की। करीब पांच घंटे तक चली वार्ता के बाद प्रशासन ने मांगों पर गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया।

सीओ अंबुजा त्रिवेदी ने कहा कि,

“जो भी इस घटना में संलिप्त हैं, उनके नाम जोड़े जाएंगे और गिरफ्तारी की जाएगी। अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।”

वहीं, एसडीएम सत्यप्रकाश ने नायब तहसीलदार को निर्देशित किया कि अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए और भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।

मंत्री ने आरोपों को किया खारिज

उधर, भाजपा मंत्री डॉ. देवेंद्र भदौरिया ने स्वयं पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा,

“इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। पहले मेरी सलाह को किसी ने नहीं माना, इसलिए मैंने खुद को अलग कर लिया है। मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।”

इस घटना ने प्रशासन, राजनीति और न्याय व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित परिवार की नाराजगी, दबंगई और राजनीतिक हस्तक्षेप की आशंका ने ग्रामीणों के बीच असंतोष बढ़ा दिया है। देखना यह होगा कि प्रशासन अब कितनी तेजी से वादे पूरे करता है और कानून का राज स्थापित करता है।

Read  नीरज लवानियां और पत्नी एयर इंडिया फ्लाइट हादसे में लापता, परिवार में गहराई चिंता की लहर

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
22,400SubscribersSubscribe

फर्जी दस्तखत, फर्जी मरीज, फर्जी खर्च! डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने सरकारी योजना को बनाया पैसा उगलने की मशीन

चित्रकूट के रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. शैलेन्द्र सिंह पर लगे भारी वित्तीय अनियमितताओं और आयुष्मान योजना के दुरुपयोग के आरोप। पढ़ें...

नगर प्रशासन और तहसील की लापरवाही से फूटा जमीनी विवाद का गुस्सा, भाजपा बूथ अध्यक्ष समेत परिवार पर जानलेवा हमला

अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट  गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती भाजपा बूथ अध्यक्ष व उनके परिवार पर जमीनी विवाद को लेकर हमला। चार साल से प्रशासन...
- Advertisement -spot_img
spot_img

अस्पताल में मानवता शर्मसार: ऑक्सीजन के लिए तड़पता मरीज ज़मीन पर बैठा, अखिलेश यादव ने सरकार पर बोला हमला

जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ सदर अस्पताल में एक टीबी मरीज की ज़मीन पर बैठकर ऑक्सीजन लेने की वायरल तस्वीर ने प्रदेश...

न्यूज़ पोर्टल को गैरकानूनी बताना कानून की अवहेलना है—पढ़िए सच्चाई

जगदंबा उपाध्याय की खास रिपोर्ट हाल के दिनों में एक भ्रामक और तथ्यविहीन खबर सोशल मीडिया, व्हाट्सएप और कुछ पोर्टलों पर बड़ी तेजी से फैल...