चित्रकूट के मानिकपुर तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में उपजिलाधिकारी मो. जसीम ने अधिकारियों को दो टूक कहा—”जनशिकायतों का शीघ्र समाधान करें, लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट/मानिकपुर। संपूर्ण समाधान दिवस के तहत आज मानिकपुर तहसील सभागार में जनसमस्याओं की सुनवाई का आयोजन किया गया, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी शिकायती अर्जी लेकर पहुंचे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उपजिलाधिकारी मो. जसीम ने सभी विभागीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि शिकायतों का तत्काल और प्रभावी समाधान प्राथमिकता होनी चाहिए, अन्यथा लापरवाही पर कार्रवाई तय है।
👥 अधिकारी रहे उपस्थित, जनता ने रखीं अपनी समस्याएं
इस अवसर पर तहसीलदार अखिलेश गुप्ता, क्षेत्राधिकारी मऊ यामीन अहमद, खंड विकास अधिकारी पवन कुमार, तथा राजस्व व पुलिस विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
ग्रामीणों ने राशन कार्ड, सड़क मरम्मत, आवास, पेंशन, विद्युत आपूर्ति, और पानी जैसी बुनियादी समस्याओं को लेकर अधिकारियों के समक्ष शिकायतें दर्ज कराईं।
उपजिलाधिकारी का दो टूक संदेश—“प्रत्येक शिकायत की जवाबदेही सुनिश्चित करें”
उपजिलाधिकारी मो. जसीम ने स्पष्ट कहा कि शासन की मंशा है कि हर नागरिक की समस्या का समयबद्ध समाधान हो, और इसके लिए ही संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किए जा रहे हैं।
लेकिन यह भी सामने आया कि कुछ विभागीय अधिकारी और कर्मचारी जनशिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसकी वजह से कई पीड़ित बार-बार शिकायतें लेकर आते हैं।
“अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी,”
— मो. जसीम, उपजिलाधिकारी मानिकपुर
🛠️ कार्य संस्कृति में बदलाव जरूरी
कार्यक्रम के दौरान उपजिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जनसेवा को लेकर सिस्टम में जवाबदेही और संवेदनशीलता बेहद ज़रूरी है। उन्होंने हर विभाग के अफसरों को निर्देश दिया कि प्राप्त शिकायतों को समयसीमा के भीतर गुणवत्ता के साथ निपटाएं, जिससे लोगों का सरकार और प्रशासन पर विश्वास बना रहे।
संपूर्ण समाधान दिवस सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो नागरिकों और प्रशासन के बीच सीधा संवाद स्थापित करती है। लेकिन इसकी सार्थकता तभी संभव है जब समाधान वास्तविक हो, ना कि सिर्फ कागज़ी खानापूर्ति।
उपजिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि हर अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि जो शिकायत आज दर्ज हुई है, वह अगली बार दोबारा ना आए।
मानिकपुर तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस एक बार फिर साबित करता है कि अगर प्रशासन सजग हो तो जनसमस्याओं का समाधान कठिन नहीं होता। जरूरत है तो बस संवेदनशीलता, उत्तरदायित्व और निष्ठा की।
जनता उम्मीद करती है कि यह चेतावनी सिर्फ शब्दों तक सीमित न रहे, बल्कि हर शिकायत के समाधान के साथ परिणामों में भी दिखे।