उन्नाव के शुक्लागंज बाजार में छेड़छाड़ से तंग आकर युवती ने युवक को चप्पलों और थप्पड़ों से पीटा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल। पुलिस ने आरोपी को लिया हिरासत में, जांच जारी।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
शुक्लागंज, गंगाघाट थाना क्षेत्र, उन्नाव | छेड़छाड़ की घटनाएं भले ही आम होती जा रही हों, लेकिन इस बार उन्नाव की एक साहसी युवती ने ऐसी हरकत पर जो जवाब दिया, वह पूरे समाज के लिए एक सबक बन गया। शनिवार सुबह शुक्लागंज बाजार में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक युवती ने सरेराह एक युवक को पकड़कर उसकी जमकर चप्पलों से धुनाई कर दी।
🔹 युवक पर पहले से था छेड़छाड़ का संदेह
जानकारी के अनुसार, आरोपी युवक लंबे समय से युवती का पीछा कर रहा था और आए दिन अश्लील हरकतें करता था। युवती ने पहले कई बार नजरअंदाज किया, लेकिन जब युवक की हरकतें हद पार कर गईं, तो उसने मौके पर ही सज़ा देने का मन बना लिया। जैसे ही युवक ने दोबारा उसे छेड़ने की कोशिश की, युवती ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
🔹 थप्पड़ों की बरसात और चप्पलों की चोट से बौखलाया मनचला
भीड़-भरे बाज़ार में युवती ने युवक को न केवल जोरदार थप्पड़ मारे बल्कि चप्पलों से उसकी पिटाई भी कर दी। यह पूरी घटना वहां मौजूद राहगीरों ने देखी, लेकिन किसी ने मदद की बजाय तमाशबीन बनकर वीडियो बनाना ज़्यादा ज़रूरी समझा। देखते ही देखते घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
🔹 युवती का गुस्सा साफ झलकता रहा वीडियो में
वायरल वीडियो में युवती का गुस्सा और आक्रोश स्पष्ट दिखाई देता है। वह युवक को बुरी तरह लताड़ते हुए अपशब्द भी कहती रही। कुछ लोगों ने युवक को पकड़ने का प्रयास किया लेकिन वह मौके से भागने में कामयाब हो गया। हालांकि इससे पहले वह युवती के गुस्से का शिकार बन चुका था।
🔹 आरोपी युवक हिरासत में, पुलिस कर रही है जांच
मामले की पुष्टि करते हुए गंगाघाट थाना प्रभारी प्रमोद मिश्रा ने बताया कि घटना सुबह करीब 11 बजे की है। पुलिस ने युवती को बुलाकर उसका बयान दर्ज किया है। आरोपी युवक को पकड़ लिया गया है। बताया जा रहा है कि वह पेशे से टैंपो चालक है और बैटरी में पानी डालने की सप्लाई करता है। फिलहाल उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
📌 यह घटना क्यों है महत्वपूर्ण?
➡ महिलाओं की हिम्मत की मिसाल:
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि महिलाएं अब चुप बैठने वाली नहीं हैं।
➡ भीड़ की मानसिकता पर सवाल:
जहां एक ओर युवती ने साहस दिखाया, वहीं दूसरी ओर राहगीरों का तमाशा देखना और वीडियो बनाना सोचने पर मजबूर करता है।
➡ पुलिस की तत्परता सराहनीय:
पुलिस द्वारा तत्काल संज्ञान लेना और आरोपी को हिरासत में लेना सकारात्मक पहलू है।
⚖️ सवाल जो उठते हैं…
🔸 क्या राहगीरों को मूकदर्शक बने रहना चाहिए था?
🔸 सोशल मीडिया पर वायरल करने से पहले क्या किसी ने पुलिस को कॉल किया?
🔸 क्या आरोपी को पहले ही रोका जा सकता था?
यह घटना न केवल महिलाओं की आत्मरक्षा की मिसाल बन गई है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अब समाज को चुप्पी नहीं, सक्रिय भागीदारी की ज़रूरत है। छेड़छाड़ की घटनाएं तभी रुकेंगी जब हर नागरिक जागरूक होकर ऐसे अपराधों के खिलाफ खड़ा होगा।
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