Sunday, July 20, 2025
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झोले में भरकर फेंकी गई जिंदगी : नदी किनारे चीखती ज़िंदगियां, लेकिन संवेदनाएं मौन रहीं

आजमगढ़ के डीएवी कॉलेज के पास दो नवजात बच्चियों को झोले में भरकर झाड़ियों में फेंक दिया गया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है।

 जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

आजमगढ़। शहर के डीएवी कॉलेज के पास तमसा नदी किनारे एक दिल दहला देने वाली अमानवीय घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। सोमवार की शाम, अज्ञात व्यक्ति द्वारा दो नवजात बच्चियों को झोले में भरकर झाड़ियों में फेंक दिया गया। स्थानीय लोगों ने जब झाड़ियों से बच्चों के रोने की आवाज सुनी, तो तत्काल पुलिस को सूचना दी।

घटना का विवरण

मौके पर पहुंची ब्रह्मस्थान चौकी के प्रभारी विजय कुमार सहाय ने दोनों नवजातों को तुरंत जिला महिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल के सीएमएस डॉ. विनय कुमार सिंह के अनुसार, बच्चियों को जन्म के कुछ ही घंटों बाद फेंका गया था। गर्मी और तेज धूप के कारण उनकी हालत बेहद गंभीर हो गई थी।

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दुखद अंत

इलाज के दौरान सोमवार शाम एक बच्ची ने दम तोड़ दिया, जबकि दूसरी को गंभीर हालत में रेफर किया गया, लेकिन कुछ ही समय बाद उसकी भी मृत्यु हो गई।

पुलिस जांच में जुटी

पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। साथ ही, चाइल्ड केयर संस्थाओं को भी घटना की सूचना दी गई है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।

स्थानीय लोगों में आक्रोश

इस अमानवीय कृत्य को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। सभी ने आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़कर कठोर सजा दिए जाने की मांग की है।

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