Monday, July 21, 2025
spot_img

वर्दी पर वार: नशे में धुत पांच युवकों ने पुलिस को ही बना लिया निशाना, चौकी में घुसकर की गुंडागर्दी

दुर्ग(छत्तीसगढ़) में नशे में धुत युवकों ने पुलिस चौकी में घुसकर आरक्षकों से की मारपीट। सभी आरोपी प्रभावशाली परिवारों से जुड़े, पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गिरफ्तार कर भेजा जेल।

हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक बेहद शर्मनाक और निंदनीय घटना सामने आई है, जिसने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, बुधवार देर रात अंजोरा पुलिस चौकी परिसर में कुछ नशे में धुत युवकों ने पुलिस के जवानों पर हमला कर दिया। यह घटना तब हुई जब एक आरक्षक ने युवकों को नियमों का पालन करने की समझाइश दी।

क्या है पूरा मामला?

घटना बुधवार रात करीब 10 बजे की है, जब आरक्षक प्रदीप कुर्रे अपनी ड्यूटी पर पहुंच ही रहे थे। उसी समय एक कार गलत दिशा से चौकी के पास पहुंची, जिसे रोककर प्रदीप ने युवकों को समझाइश दी और यह बताया कि वह पुलिस का जवान हैं। लेकिन बात मानने के बजाय, नशे में धुत युवकों ने आरक्षक प्रदीप पर हमला कर दिया।

इसे भी पढें  कथावाचन का अधिकार किसका? इटावा कांड के बाद जातीय विमर्श में उलझा धर्मप्रवचन का मंच

इतना ही नहीं, जान बचाने के लिए जब प्रदीप कुर्रे चौकी की ओर भागे, तो युवक वहां भी नहीं रुके। उन्होंने चौकी परिसर में घुसकर दूसरे आरक्षक हीरेंद्र यादव को भी बेरहमी से पीटा और उनकी वर्दी तक फाड़ दी। यह घटना न केवल अनुशासन की अवहेलना है, बल्कि यह दर्शाती है कि नशे की हालत में कुछ युवक कानून को भी ठेंगे पर रखते हैं।

कौन हैं आरोपी युवक?

जांच में पता चला है कि हमलावर युवकों में से एक शहर के कुख्यात सटोरिए का बेटा है, जबकि अन्य चार युवक प्रभावशाली व्यवसायियों के बेटे हैं। इनका रुतबा और आर्थिक स्थिति चाहे जैसी भी हो, लेकिन पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए पांचों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस की तत्परता और कड़ा एक्शन

पुलिस ने बिना किसी दबाव के आरोपियों को रात में ही कोर्ट में पेश किया और सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि अब कानून की पकड़ से कोई भी बच नहीं सकता — चाहे वह किसी प्रभावशाली घराने से ही क्यों न हो।

इसे भी पढें  उत्तर प्रदेश BJP में नया अध्यक्ष कौन? जानें संभावित नाम और देरी की वजह
इस घटना का सामाजिक सन्देश

इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। नशे की हालत में नियमों की अनदेखी और पुलिस से मारपीट जैसे अपराध अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। पुलिस प्रशासन का यह कदम न केवल प्रशंसनीय है, बल्कि आने वाले समय में ऐसे असामाजिक तत्वों के लिए एक कड़ा संदेश भी है।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
22,400SubscribersSubscribe

“दंगा कराने के लिए परेशान है समाजवादी पार्टी, अखिलेश यादव का बिगड़ रहा मानसिक संतुलन” — ओमप्रकाश राजभर का बड़ा हमला

उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी पर प्रदेश में दंगा कराने की साजिश का आरोप लगाया। अखिलेश यादव पर मानसिक...

नाम की राजनीति पर भड़की जनता—हरदोई को चाहिए सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य… संस्कार नहीं

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले का नाम बदलकर "प्रह्लाद नगरी" करने के प्रस्ताव ने राजनीतिक और सामाजिक बहस को जन्म दे दिया है। जानिए...
- Advertisement -spot_img
spot_img

फर्जी दस्तखत, फर्जी मरीज, फर्जी खर्च! डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने सरकारी योजना को बनाया पैसा उगलने की मशीन

चित्रकूट के रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. शैलेन्द्र सिंह पर लगे भारी वित्तीय अनियमितताओं और आयुष्मान योजना के दुरुपयोग के आरोप। पढ़ें...

नगर प्रशासन और तहसील की लापरवाही से फूटा जमीनी विवाद का गुस्सा, भाजपा बूथ अध्यक्ष समेत परिवार पर जानलेवा हमला

अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट  गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती भाजपा बूथ अध्यक्ष व उनके परिवार पर जमीनी विवाद को लेकर हमला। चार साल से प्रशासन...