Monday, July 21, 2025
spot_img

स्कूल नहीं जाएगा तो भविष्य अधूरा रह जाएगा: चंद्र प्रकाश सूर्या का दो टूक संदेश

सीपत के कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शाला प्रवेश उत्सव धूमधाम से मनाया गया। चंद्र प्रकाश सूर्या ने कहा—शिक्षा ही बच्चों का भविष्य गढ़ती है। बच्चों को स्टेशनरी वितरित की गई और प्रोत्साहन पुरस्कार की घोषणा भी हुई।

हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट

सीपत। शिक्षा की अलख जगाने और नए सत्र का उत्सव मनाने के उद्देश्य से शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सीपत में शनिवार को शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन बड़े ही उत्साह और उल्लास के साथ किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों के पारंपरिक तिलक और मिठाई खिलाकर स्वागत से हुई। रंग-बिरंगे गुब्बारों और झंडियों से सजे स्कूल परिसर में सौंदर्य और उल्लास का अनोखा संगम दिखाई दिया। इस अवसर पर सैकड़ों छात्र-छात्राएं, उनके अभिभावक तथा क्षेत्र के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि चंद्र प्रकाश सूर्या ने दी प्रेरणा

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंद्र प्रकाश सूर्या ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा, “शिक्षा ही बच्चों का भविष्य संवारती है। हर बच्चे को स्कूल जरूर जाना चाहिए, और इसमें अभिभावकों की भूमिका सबसे अहम है।”

Read  विश्व योग दिवस पर खीरीकोठा में हुआ भव्य योगाभ्यास, सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने लिया भाग

उन्होंने यह भी घोषणा की कि जो बच्चे 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाकर पास होंगे, उन्हें विशेष पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। इसके माध्यम से उन्होंने बच्चों को न केवल पढ़ाई के प्रति प्रेरित किया, बल्कि एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा का माहौल भी बनाया।

अन्य विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति

इस अवसर पर जनपद सदस्य मनोज खरे, शाला समिति अध्यक्ष यू. के. कौशिक, पूर्व मंडल अध्यक्ष बांके बिहारी गुप्ता, महामंत्री हरिकेश गुप्ता, पूर्व जनपद सदस्य अखिलेश यादव, प्राचार्य कुजूर, जी. मंजू मिश्रा, अरुण जायसवाल, गीता प्रजापति, त्रिपाठी जी सहित कई अन्य अतिथियों ने उपस्थिति दर्ज कराई।

उत्सव में बच्चों को मिला तोहफा

बच्चों को इस अवसर पर स्कूल बैग, किताबें और स्टेशनरी का वितरण किया गया। इससे न सिर्फ छात्रों के चेहरे खिले, बल्कि अभिभावकों ने भी प्रशासन और विद्यालय के इस प्रयास की सराहना की।

शाला समिति और जनप्रतिनिधियों की सकारात्मक भूमिका

शाला समिति अध्यक्ष यूके कौशिक ने कहा कि विद्यालय में बच्चों को सभी आवश्यक सुविधाएं और बेहतर वातावरण देने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं जनपद सदस्य मनोज खरे ने जानकारी दी कि “हर वर्ष शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन बच्चों को स्कूल से जोड़ने और उनके भविष्य को संवारने के उद्देश्य से किया जाता है।”

Read  इटवा डुडैला पीएचसी पर लटकता ताला, कोल आदिवासियों की जान से खिलवाड़!

अभिभावकों को मिला विश्वास का संदेश

विद्यालय की प्राचार्य ने सभी अभिभावकों को यह भरोसा दिलाया कि “बच्चों की शिक्षा और उनके सर्वांगीण विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। स्कूल पूरी जिम्मेदारी के साथ उन्हें बेहतर मार्गदर्शन और संसाधन उपलब्ध कराएगा।”

पेड़ माँ के नाम—संवेदनशीलता की मिसाल

कार्यक्रम के अंत में ‘पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण भी किया गया, जिसने पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व सम्मान का सुंदर संदेश दिया।

निष्कर्षतः, यह उत्सव न केवल शिक्षा के महत्व को उजागर करता है, बल्कि समाज और प्रशासन की साझेदारी से बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी मिसाल पेश करता है।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
22,400SubscribersSubscribe

बड़े शहरों जैसी सुविधाएं अब ग्रामीण बच्चों के लिए भी सुलभ… ग्राम प्रधान की दूरदर्शी सोच से शिक्षा को मिला नया आयाम…

✍ संजय सिंह राणा की रिपोर्ट ग्राम पंचायत रैपुरा (चित्रकूट) में निःशुल्क डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना से शिक्षा का नया युग शुरू हो चुका है।...

डिजिटल जाल में फंसा इंसान: जब एक वीडियो कॉल आपकी ज़िंदगी बदल देता है

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट 21वीं सदी का इंसान जितना आगे तकनीक में बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से उसके जीवन में खतरे भी गहराते...
- Advertisement -spot_img
spot_img

स्कूल बंद करने के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी का हल्ला बोल, बच्चों-अभिभावकों संग गेट पर धरना

आजमगढ़ में आम आदमी पार्टी का शिक्षा बचाओ आंदोलन तेज, प्राथमिक विद्यालय पल्हनी को बंद करने के फैसले के विरोध में बच्चों-अभिभावकों संग जोरदार...

लायंस क्लब आज़मगढ़ की नई कार्यकारिणी गठित, ओम प्रकाश बने अध्यक्ष

लायंस क्लब आज़मगढ़ की नई कार्यकारिणी का गठन हुआ। ओम प्रकाश अग्रवाल बने अध्यक्ष। पर्यावरण संरक्षण हेतु 15 अगस्त तक पौधरोपण अभियान चलाने का...