हमीरपुर जिले के बड़ालेवा गांव में रामलीला में रावण का किरदार निभाने वाले कुलदीप सिंह ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। गांव में पसरा मातम, आत्महत्या के कारणों की पुलिस कर रही जांच।
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के सिसोलर थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़ालेवा गांव से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां रामलीला मंचन में वर्षों से रावण का किरदार निभाने वाले युवक कुलदीप सिंह (23) ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। उसकी मौत से गांव में गहरा शोक व्याप्त है, वहीं परिजन बेसुध हैं।
🎭 रामलीला के मंच से जीवन की विदाई तक
कुलदीप सिंह, जो चार भाइयों और दो बहनों में सबसे छोटा था, रामलीला में लंकेश यानी रावण का किरदार निभाकर ही अपना जीवन चला रहा था। उसने इंटरमीडिएट तक शिक्षा प्राप्त की थी और फिर रामलीला में अभिनय को ही अपनी आजीविका बना लिया था। हर साल दशहरे के मौसम में उसे आसपास के गांवों और कस्बों में रावण की भूमिका निभाने के लिए आमंत्रित किया जाता था।
😞 कुछ समय से था उदास, पर किसी से न कहा दर्द
स्थानीय लोगों के अनुसार, कुलदीप बीते कुछ महीनों से मानसिक रूप से परेशान दिख रहा था। हालांकि, उसने कभी खुलकर अपनी तकलीफ किसी से साझा नहीं की। गांव के कई लोगों ने उसके चेहरे की उदासी को महसूस किया, लेकिन कारण जानने का अवसर नहीं मिला।
💊 सल्फास खाकर जीवन को दी अंतिम विदाई
बताया जा रहा है कि बीते दिनों कुलदीप ने घर में रखी सल्फास की गोलियां खा लीं। जब उसकी हालत बिगड़ने लगी, तो परिजन उसे तत्काल अस्पताल लेकर भागे। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे कानपुर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
😢 मां-बाप पहले ही खो चुका था कुलदीप
कुलदीप के माता-पिता की मृत्यु पहले ही बीमारी के चलते हो चुकी थी। परिवार में अब बस भाई-बहन हैं। कुलदीप अविवाहित था और अकेलेपन में जी रहा था। उसकी मौत ने उसके परिवार को पूरी तरह तोड़ कर रख दिया है।
🎤 “लंकेश के बिना अधूरी लगेगी रामलीला” — ग्रामीण
गांव के वरिष्ठ नागरिक राजेंद्र कुमार और महंत रतन ब्रह्मचारी ने बताया कि कुलदीप की लंकेश की भूमिका में अदाकारी देखने लायक होती थी। उनके अनुसार, रामलीला प्रेमियों के बीच कुलदीप की लोकप्रियता काफी थी। उसकी आत्महत्या से न केवल परिवार, बल्कि पूरा गांव स्तब्ध है।
👮♀️ पुलिस कर रही जांच
सिसोलर थाना प्रभारी ने बताया कि अब तक मृतक के परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है, लेकिन पुलिस ने अपनी ओर से मामले की जांच शुरू कर दी है। आत्महत्या के पीछे के कारणों को जानने का प्रयास किया जा रहा है।
एक कलाकार जो हर वर्ष लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य करता था, वह खुद अंदर से इतना टूट चुका था कि उसने अपनी जीवनलीला को ही समाप्त कर लिया। यह घटना एक बार फिर हमें सोचने पर मजबूर करती है कि समाज में कलाकारों की मानसिक और सामाजिक स्थिति पर गहन विचार किया जाए।