Sunday, July 20, 2025
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बारिश बनी काल : कच्चा मकान ढहा, महिला की मौत, पति गंभीर घायल, मचा कोहराम

उत्तर प्रदेश के कौशांबी में भारी बारिश के चलते एक कच्चा मकान ढह गया, जिसमें महिला की मौत हो गई और उसका पति गंभीर रूप से घायल हो गया। प्रशासन ने शुरू की राहत कार्रवाई।

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

कौशांबी। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में तेज़ बारिश ने एक और परिवार की खुशियां छीन लीं। बुधवार सुबह की बारिश के दौरान पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के रामाधीन का पुरवा गांव में एक कच्चा मकान अचानक ढह गया, जिसमें एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसका पति गंभीर रूप से घायल हो गया।

प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा लगातार बारिश से मकान में आई सीलन के कारण हुआ। जानकारी के मुताबिक, इंद्रलाल और उनकी पत्नी सुमिया देवी (उम्र 52 वर्ष) उसी मकान में रह रहे थे। बारिश के चलते दीवारें गीली और कमजोर हो गई थीं और अंततः सुबह करीब साढ़े छह बजे मकान भरभरा कर गिर गया।

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ग्रामीणों ने किया बचाव, पुलिस ने संभाला मोर्चा

जैसे ही हादसे की सूचना मिली, मौके पर अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए खुदाई शुरू की। उसी दौरान पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई और मलबे में दबे इंद्रलाल व सुमिया देवी को बाहर निकाला गया।

दुर्भाग्यवश, सुमिया देवी की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। वहीं, इंद्रलाल को गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

प्रशासन ने जताया शोक, मुआवज़े की उम्मीद

कौशांबी के क्षेत्राधिकारी अभिषेक सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मीडिया से बातचीत में बताया कि पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं के तहत राहत दी जाएगी। वहीं, सुमिया देवी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

बारिश से बढ़ रही मुसीबतें

गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश ने कहर बरपाया है। कहीं नदियां उफान पर हैं, तो कहीं जलभराव और मकान गिरने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। ऐसे में प्रशासन की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है कि वह कच्चे और जर्जर मकानों की सूची तैयार कर समय रहते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए।

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यह हादसा एक बार फिर यह याद दिलाता है कि ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकानों में रहने वाले परिवार प्राकृतिक आपदाओं के प्रति बेहद असुरक्षित हैं। ज़रूरत है समय रहते कार्रवाई की, ताकि और किसी परिवार को ऐसी त्रासदी का सामना न करना पड़े।

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