Friday, July 25, 2025
spot_img

प्राकृतिक और दैवीय आपदा में जान गंवाने वाले मासूमों को मिला शासन का सहारा, परिजनों को मिली चार-चार लाख की सहायता राशि

संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट जिले के मानिकपुर क्षेत्र में हालिया प्राकृतिक और दैवीय आपदाओं में जान गंवाने वाले बच्चों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता और राहत सामग्री वितरित की गई। विधायक और उप जिलाधिकारी ने मिलकर पीड़ित परिवारों तक राहत पहुंचाई।

चित्रकूट (मानिकपुर)। प्राकृतिक और दैवीय आपदाएं जब दस्तक देती हैं, तो अपने पीछे दर्द और अश्रु की एक लंबी लकीर छोड़ जाती हैं। हाल ही में चित्रकूट जनपद के मानिकपुर तहसील क्षेत्र में आई आपदाओं ने कई मासूम जिंदगियों को निगल लिया। इन घटनाओं से आहत शासन-प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए राहत कार्य शुरू किए। इसी कड़ी में मऊ-मानिकपुर विधायक अविनाश चंद्र द्विवेदी और उप जिलाधिकारी मो. जसीम ने संयुक्त रूप से पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता और राहत सामग्री का वितरण किया।

इसे भी पढें  कागज़ी इलाज, असली घोटाला—CMO के साए में फर्जीवाड़े का डॉक्टर ; CMO की चुप्पी सवालों के घेरे में

पीड़ित परिवारों को मिली चार-चार लाख की अनुग्रह राशि

सबसे पहले, प्राकृतिक और दैवीय आपदाओं के चलते जिन मासूम बच्चों की मौत हुई, उनके परिवारों को शासन द्वारा चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी गई। मृतकों में शामिल हैं:

रोहित, पुत्र राम संवारे (गढ़ी कला), अर्पित, पुत्र सुरेश (गढ़ी कला), चाहत और शिवांशु, पुत्र-पुत्री छोटे लाल (अगरहुंडा), प्रिंशी, पुत्री राम ललन (कुसुमी), लाला, पुत्र नैना (बसिला)

इसे भी पढें  मस्जिद में अखिलेश, मंदिर में योगी—चुनावी तस्वीरें या सियासी मजबूरी?

इन सभी परिवारों को आपदा राहत के अंतर्गत शासन से अनुमोदित आर्थिक सहायता सीधे बैंक खातों में भेजी गई है।

इसके अलावा, वितरित की गई राहत सामग्री

अर्थिक सहायता के साथ-साथ पीड़ित परिवारों को राशन सामग्री भी उपलब्ध कराई गई जिसमें आटा, दाल, चावल, लाई, चना सहित आवश्यक घरेलू वस्तुएं शामिल थीं। इसके अतिरिक्त, घर पूरी तरह गिरने वाले 7 परिवारों को 1.20 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता राशि भी दी गई। वहीं, आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त 81 परिवारों को भी शासन द्वारा लाभान्वित किया जा रहा है।

विधायक और एसडीएम ने प्रकट की संवेदना

विधायक अविनाश चंद्र द्विवेदी ने गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा,

“जिन मासूम बच्चों की मृत्यु इस आपदा में हुई है, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता, लेकिन शासन उनके परिजनों को यथासंभव सहायता प्रदान कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशानुसार, पीड़ितों तक राहत शीघ्रता से पहुंचाई जा रही है।”

वहीं उप जिलाधिकारी मो. जसीम ने बताया कि विगत दिनों क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए थे, जिससे कई घर जलमग्न होकर ध्वस्त हो गए। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए इन परिवारों को तात्कालिक राहत प्रदान की।

इसे भी पढें  बयान बदला, सच छुपाया... लेकिन ट्रॉली ने खोल दी पोल! रेल यात्री से बरामद हुए 1.80 करोड़

पुलिस प्रशासन की रही महत्वपूर्ण भूमिका

इस पूरी आपदा प्रबंधन प्रक्रिया में स्थानीय पुलिस अधिकारियों की सक्रियता भी उल्लेखनीय रही।

रैपुरा थाना प्रभारी विनोद कुमार शुक्ल ने निरंतर क्षेत्र में भ्रमण करते हुए बाढ़ पीड़ितों की हरसंभव मदद की।

बहिलपुरवा थाना प्रभारी आशुतोष तिवारी ने दिन-रात क्षेत्रवासियों से संपर्क बनाए रखा।

मारकुंडी थाना प्रभारी श्याम प्रताप पटेल ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में डटे रहकर राहत कार्यों में भागीदारी निभाई।

इसे भी पढें  भीम आर्मी राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया

मानिकपुर थाना प्रभारी श्रीप्रकाश यादव ने विशेष सतर्कता बरतते हुए बरदहा नदी की उफान से उपजे संकट को समय रहते नियंत्रित किया।

राहत के साथ शोक की अनकही पीड़ा

हालांकि शासन और प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों को आर्थिक और भौतिक राहत प्रदान की जा चुकी है, किंतु जो भावनात्मक क्षति इन परिवारों को उठानी पड़ी है, उसकी भरपाई असंभव है। जो बच्चे अब इस दुनिया में नहीं हैं, उनकी स्मृतियाँ इन परिवारों के जीवन का ऐसा शून्य बन गई हैं, जिसे कोई भी सहायता कभी नहीं भर सकती।

इसे भी पढें  सट्टे के सिंडिकेट ने पत्रकार को दी मौत की धमकी — अब खबरों की क़लम चलेगी या माफिया की गोली?”

प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे चित्रकूट के मानिकपुर क्षेत्र में शासन और प्रशासन ने तत्काल राहत पहुंचाकर मानवीय संवेदनशीलता का परिचय दिया है। पीड़ितों को अनुग्रह राशि और राहत सामग्री की आपूर्ति निश्चित रूप से राहतकारी रही, परंतु यह भी सच है कि मासूम जिंदगियों का खो जाना एक अपूरणीय क्षति है, जिसे शब्दों में नहीं समेटा जा सकता।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
22,400SubscribersSubscribe

शिकायत से समाधान तक : दिव्यांग को मिला घर तक आने-जाने का रास्ता, मनरेगा से लगेगा खड़ंजा

आजमगढ़ में दिव्यांग अशोक कुमार की शिकायत पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चकबंदी प्रक्रिया में रास्ता दिया और मनरेगा से खड़ंजा लगाने...

मतांतरण से मजार तक और मजार से आतंक तक: भारत के भीतर पनपता ‘छांगुरवाद’ एक नया आतंरिक ख़तरा

छांगुर बाबा का मामला केवल एक फर्जी पीर की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि भारत में पनपते देशविरोधी नेटवर्क और सांस्कृतिक युद्ध की भयावह कहानी है।...
- Advertisement -spot_img
spot_img

पाँच दशक पुरानी योजना और आज भी बूंद-बूंद तरसता पाठा, सरकारी योजनाओं का क्यों नहीं मिल रहा लाभ? 

चित्रकूट का पाठा क्षेत्र आज भी भीषण पेयजल संकट से जूझ रहा है। 50 वर्ष पुरानी पाठा जलकल योजना आज तक विफल क्यों है?...

नटवरलाल भी शरमा जाए इनकी शातिरबाजी पर… नकली देशों के असली दूतावास खोल दिया

गाजियाबाद में यूपी STF ने एक चौंकाने वाले फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया है, जहां एक शातिर ठग करोड़ों की ठगी करते हुए नक्शे पर...