Thursday, July 24, 2025
spot_img

छांगुर बाबा केस में नया मोड़: पनामा से पैसा, भारत में धर्मांतरण! छांगुर बाबा का खतरनाक नेटवर्क उजागर

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन पर अवैध धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप लगे हैं। अब ईडी बाबा को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी में है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट—15 ठिकानों पर छापे, पनामा की शेल कंपनी से कनेक्शन और राष्ट्रीय सुरक्षा तक की जांच।

🔷 धर्मांतरण केस में छांगुर बाबा के खिलाफ ईडी की बड़ी तैयारी

उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर जारी बहस अब नए मोड़ पर पहुंच गई है। जहां एक ओर समाज में इस प्रकरण को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी ओर छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन पर शिकंजा कसता जा रहा है। अब इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की भी एंट्री हो चुकी है।

इसे भी पढें  उत्तर प्रदेश में मॉनसून का कहर: 24 घंटे में 14 लोगों की मौत, 47 जिलों में रेड अलर्ट जारी

🔷 ईडी की रिमांड अर्जी से खुल सकते हैं बड़े राज

सूत्रों की मानें तो ईडी बुधवार को कोर्ट में छांगुर बाबा की रिमांड अर्जी दाखिल कर सकती है। इसके ज़रिए वह बाबा से विदेशी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े तमाम बिंदुओं पर सीधे पूछताछ करना चाहती है।

इसे भी पढें  राजनीति की आड़ में धर्मस्थल की संपत्ति हड़पने का खेल! भाजपा और व्यापार मंडल सड़क पर उतरने को तैयार

उल्लेखनीय है कि बाबा को इससे पहले एटीएस ने 7 दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी, जिसमें धर्मांतरण और संपत्ति खरीद जैसे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे।

🔷 किन सवालों पर केंद्रित होगी ईडी की पूछताछ?

ईडी की पूछताछ कुछ बेहद महत्वपूर्ण पहलुओं पर केंद्रित होगी। मसलन—

किस देश से कितनी राशि प्राप्त हुई?

कौन-कौन लोग इस फंडिंग नेटवर्क का हिस्सा हैं?

किन संपत्तियों या संस्थाओं में यह पैसा निवेश किया गया? 

क्या इस नेटवर्क का संबंध देशविरोधी गतिविधियों से है?

इन सवालों का उत्तर केवल छांगुर बाबा ही दे सकता है, क्योंकि एजेंसी को पूरा यकीन है कि वह इस पूरे जाल का मास्टरमाइंड है।

🔷 15 ठिकानों पर छापेमारी, मिले अहम सुराग

प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में लखनऊ, बलरामपुर और मुंबई में बाबा और उसके साथियों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस कार्रवाई में जो दस्तावेज मिले, उनसे यह पुष्टि हुई कि विदेशी धन के माध्यम से अचल संपत्तियों की खरीद की गई और उन्हें अलग-अलग नामों से ट्रांसफर भी किया गया।

इसे भी पढें  विशेष रिपोर्ट: बीमा राशि के लिए रची गई 'मौत की साजिश', निर्दोष को ज़िंदा जलाकर मारा – इलाके में फैली दहशत

यह कार्रवाई PMMLA 2002 के तहत की गई थी, जो मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामलों में प्रवर्तन एजेंसियों को विशेष शक्तियां प्रदान करता है।

🔷 पनामा की शेल कंपनी से लिंक, 60 करोड़ की अवैध फंडिंग

ईडी को जांच के दौरान छांगुर बाबा के एक करीबी सहयोगी नवीन रोहरा के पास से पनामा में रजिस्टर्ड एक शेल कंपनी—LOGOS MARINE SA—से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। इस कंपनी में दर्ज तीन विदेशी नाम महज़ परदा बनाकर इस्तेमाल किए गए थे। ईडी को पूरा संदेह है कि असल में इस कंपनी का संचालन नवीन रोहरा ही कर रहा था।

इसे भी पढें  अखिलेश यादव की राजनीति संकट में, न आरक्षण न संविधान खतरे में: राजीव पासवान

अब तक की जांच में सामने आया है कि इस फर्जी कंपनी के जरिए करीब 60 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की गई है।

🔷 रिमांड से खुल सकते हैं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े सुराग

ईडी अधिकारियों का मानना है कि छांगुर बाबा से रिमांड पर पूछताछ होने से न सिर्फ धर्मांतरण सिंडिकेट, बल्कि उससे जुड़े अंतरराष्ट्रीय फंडिंग नेटवर्क और संभावित राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे से जुड़ी जानकारियां भी सामने आ सकती हैं।

इसे भी पढें  भूखा गोवंश, कटा बजट और बीडीओ का दबाव—ग्राम प्रधानों ने किया सीडीओ से दो-टूक सवाल!

सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को ईडी ने रिमांड की तैयारी कर ली थी, लेकिन कुछ आवश्यक दस्तावेज अधूरे थे। अब बुधवार को सभी दस्तावेजों के साथ ईडी पूरी तैयारी में है।

🔷 विश्व हिंदू रक्षा परिषद का गंभीर आरोप—”सिंडिकेट अभी भी सक्रिय”

इसे भी पढें  ‘वक्फ संपत्तियों पर सच छिपाने की साजिश?’ राज्यसभा में बीजेपी सांसद ने कुरान के हवाले से खोली पोल!

इस बीच, विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने दावा किया है कि छांगुर बाबा भले ही जेल में हो, लेकिन उसका नेटवर्क अभी भी सक्रिय है। उनके अनुसार बाबा के गुर्गे पीड़ित लड़कियों को धमका रहे हैं ताकि वे केस से पीछे हट जाएं और अदालत में गवाही न दें।

उन्होंने आगे कहा—

 “पहले ये लोग लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर माइंडवॉश करते थे, अब उन्हें धमकी देकर चुप करा रहे हैं। अगर प्रशासन ने सख्ती नहीं दिखाई तो बेटियों की जान को खतरा है।”

उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि कठोर कदम जल्द नहीं उठाए गए, तो यह मामला राष्ट्रीय संकट का रूप ले सकता है।

इस पूरे प्रकरण से यह स्पष्ट है कि छांगुर बाबा का मामला सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी एक बहुस्तरीय आपराधिक साजिश का हिस्सा है। अब जब ईडी जांच में उतर चुकी है, तो आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे सामने आ सकते हैं।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
22,400SubscribersSubscribe

वाणिज्यकर विभाग में गहरी साजिश का पर्दाफाश — फर्जी ड्राइवर द्वारा रात में हो रही अवैध वसूली, अधिकारी अनजान या मौन?

 चित्रकूट में वाणिज्यकर विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। अधिकृत ड्राइवर की जगह एक अवैध व्यक्ति विभागीय गाड़ी चला रहा है और रात...

शिव मंदिर में 20 साल से साधु बना बैठा निकला मोहम्मद कासिम, महिलाओं का हाथ देख कर बताता था भविष्य — शक हुआ तो...

 चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट  मेरठ के एक शिव मंदिर में 20 साल से साधु के वेश में रह रहा एक शख्स मोहम्मद कासिम निकला। बिहार...
- Advertisement -spot_img
spot_img

रियाज़ अशरफी की नियुक्ति से अल्पसंख्यक समाज को मिली नई आवाज़, सीपत क्षेत्र में खुशी की लहर

छत्तीसगढ़ के सीपत निवासी समाजसेवी और पत्रकार रियाज़ अशरफी को जिला अल्पसंख्यक कल्याण समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति उप मुख्यमंत्री...

छांगुर बाबा गिरोह का गहरा जाल: धर्मांतरण से दुबई तक की तस्करी, गाजियाबाद क्राइम ब्रांच के हेड इंस्पेक्टर निलंबित

संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट गाजियाबाद कमिश्नरेट में क्राइम ब्रांच के हेड इंस्पेक्टर को धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोपी छांगुर बाबा गिरोह की मदद...