Monday, July 21, 2025
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उत्तर प्रदेश में बदला मौसम बना कहर, 22 की मौत, भारी नुकसान

 उत्तर प्रदेश में अचानक बदले मौसम ने मचाई तबाही। आंधी, तूफान और बिजली गिरने से 22 लोगों की मौत, 45 पशुओं की जान गई और 15 मकान क्षतिग्रस्त हुए। मुख्यमंत्री ने तत्काल राहत के निर्देश दिए।

उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली से तबाही, 22 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश में बुधवार, 10 अप्रैल को मौसम का अचानक बदला मिजाज कहर बनकर टूटा। तेज आंधी, तूफान और आकाशीय बिजली की चपेट में आकर राज्य के विभिन्न जिलों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस प्राकृतिक आपदा में 22 लोगों की जान चली गई, वहीं 45 पशु भी मारे गए। साथ ही, 15 मकानों को आंशिक या पूर्ण रूप से नुकसान पहुंचा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख, दिए राहत के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आपदा में मृतकों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवारों को अनुमन्य 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इसके अतिरिक्त, घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था करने और पशुहानि पर नियमानुसार मुआवजा देने के भी आदेश जारी किए गए हैं।

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सबसे अधिक मौतें फतेहपुर और आजमगढ़ में

सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, आकाशीय बिजली गिरने से सबसे ज्यादा जानें फतेहपुर और आजमगढ़ में गईं, जहां 3-3 लोगों की मौत हुई। फिरोजाबाद, कानपुर देहात और सीतापुर में 2-2 लोगों की जान गई, जबकि गाजीपुर, गौंडा, अमेठी, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर में 1-1 व्यक्ति की मृत्यु दर्ज की गई। तेज आंधी-तूफान की वजह से बलिया, कन्नौज, बाराबंकी, जौनपुर और उन्नाव में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।

गाजीपुर में पशुहानि सर्वाधिक, 17 पशु मरे

पशुओं की मौत की बात करें तो गाजीपुर में सबसे ज्यादा 17 पशुओं की जान गई। चंदौली में 6, बलिया में 5, अंबेडकरनगर, बलरामपुर और गौंडा में 3-3, सुल्तानपुर में 2, जबकि अमेठी, कन्नौज, गोरखपुर और फतेहपुर में 1-1 पशु की मौत हुई है। खास बात यह रही कि फतेहपुर में आग लगने की वजह से पशु हानि हुई।

कई जिलों में मकानों को हुआ नुकसान

मकान क्षति की घटनाएं भी सामने आई हैं। गाजीपुर, सुल्तानपुर और लखीमपुर खीरी में 2-2 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि बलिया, गोंडा, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, गोरखपुर, औरैया, हरदोई, लखनऊ और मऊ में 1-1 मकान को नुकसान पहुंचा है।

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राहत वितरण में न हो कोई ढिलाई

गौरतलब है कि अप्रैल से जून के बीच उत्तर प्रदेश में मौसम में अचानक बदलाव होना आम बात है। इस दौरान बिजली गिरने और तेज हवाओं से जान-माल के नुकसान की घटनाएं बढ़ जाती हैं। सरकार ने पशु हानि पर मुआवजे की स्पष्ट गाइडलाइन निर्धारित की है —

बड़े दुधारू पशु पर: ₹37,500

छोटे दुधारू पशु पर: ₹4,000

बड़े गैर-दुधारू पशु पर: ₹32,000

छोटे गैर-दुधारू पशु पर: ₹20,000

मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि राहत वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो और सभी प्रभावितों तक सहायता शीघ्रता से पहुँचे।

➡️नौशाद अली की रिपोर्ट

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