Sunday, July 20, 2025
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लिस्ट में खेल, सिलेंडर में ठेल – उज्ज्वला में खुला भ्रष्टाचार का सच

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में चित्रकूट के मानिकपुर क्षेत्र में बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। सूची में नाम दर्ज होने के बावजूद गरीब महिलाओं को नहीं मिला गैस सिलेंडर, एजेंसी संचालक पर गंभीर आरोप।

चित्रकूट(मानिकपुर)। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, जो कि गरीब और वंचित वर्ग की महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाने तथा उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा हेतु आरंभ की गई थी, वह अब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। चित्रकूट जिले के मानिकपुर क्षेत्र की पठारी बस्तियों में स्थिति चिंताजनक है—यहां की गरीब महिलाओं को आज भी लकड़ी और चूल्हे के धुएं के बीच रोटी पकानी पड़ रही है।

योजना का उद्देश्य था कि हर गरीब महिला को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया जाए ताकि उन्हें चूल्हे के धुएं से निजात मिले। हालांकि, हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। इन क्षेत्रों में सैकड़ों नाम उज्ज्वला योजना की सूची में शामिल तो किए गए, परंतु सिलेंडर और चूल्हा आज तक नहीं मिला।

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दलाली और भ्रष्टाचार का जाल

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मानिकपुर कस्बे में संचालित कामदगिरि गैस एजेंसी के प्रबंधक संजय अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले गैस सिलेंडरों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया।

यह भी सामने आया है कि कई दलालों ने लाभार्थियों से सिलेंडर दिलाने के नाम पर वसूली की, लेकिन इसके बावजूद लाभार्थियों को सिलेंडर नहीं मिला। इस प्रकार, गरीब महिलाओं के नाम पर सरकार से अनुदान तो लिया गया, परंतु उन्हें लाभ पहुंचाने की बजाय एजेंसी संचालक और बिचौलियों ने अपना स्वार्थ सिद्ध किया।

ज़िम्मेदार क्यों हैं मौन?

यह स्थिति तब और अधिक गंभीर हो जाती है जब स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभाग आंख मूंदे बैठे हैं। न तो किसी प्रकार की जांच की गई और न ही किसी एजेंसी पर कार्रवाई हुई। आखिर क्यों जिम्मेदार अधिकारी इस भ्रष्टाचार को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं?

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जब प्रधानमंत्री स्वयं गरीब कल्याण के लिए योजनाएं चला रहे हैं, तो ज़मीनी स्तर पर उनके क्रियान्वयन में हो रही लापरवाहियों पर लगाम क्यों नहीं लगाई जा रही?

महिलाएं आज भी झेल रहीं हैं धुएं का कहर

मानिकपुर की कई महिलाएं आज भी चूल्हे की आग में रोटियां सेंकने को मजबूर हैं। आंखों में जलन, फेफड़ों में तकलीफ, और धुएं से जुड़ी तमाम स्वास्थ्य समस्याओं का सामना उन्हें प्रतिदिन करना पड़ता है।

इस भ्रष्टाचार ने न केवल सरकार की नीयत को कलंकित किया है, बल्कि उन गरीब महिलाओं की उम्मीदों को भी तोड़ दिया है, जो उज्ज्वला योजना के भरोसे एक बेहतर जीवन की उम्मीद कर रही थीं।

विस्तृत खुलासा जल्द

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। आने वाले दिनों में इस पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी जिसमें दस्तावेज़ों सहित पूरी जांच पड़ताल की जाएगी।

➡️संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

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