Sunday, July 20, 2025
spot_img

मुहर्रम में बच्चों का अद्भुत जज़्बा—पुकारी में निकला परंपरा और प्रेम से भरा ताजिया जुलूस

बांदा के नरैनी क्षेत्र के ग्राम पुकारी में मुहर्रम के अवसर पर पारंपरिक तरीके से ताजिया जुलूस निकाला गया। मातमी धुनों के साथ निकले जुलूस में हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली। शांतिपूर्ण आयोजन में पुलिस की भूमिका सराहनीय रही।

संतोष कुमार सोनी के साथ सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट

नरैनी, बांदा जनपद के नरैनी तहसील अंतर्गत ग्राम पुकारी में इस्लाम धर्म के अनुयायियों ने मुहर्रम का पर्व पूरी श्रद्धा और परंपरा के साथ मनाया। यह अवसर केवल धार्मिक आस्था का ही नहीं, बल्कि गंगा-जमुनी तहज़ीब और साम्प्रदायिक सौहार्द का भी प्रतीक बन गया।

हर वर्ष की भांति इस बार भी मुहम्मद इमाम हुसैन की शहादत की याद में मातमी धुनों और श्रद्धाभाव के साथ ताजिया जुलूस का आयोजन किया गया। गाँव के विभिन्न स्थानों पर बनाए गए ताजियों को पहले विधिपूर्वक रखा गया, तत्पश्चात मातमी धुनों के साथ उन्हें जुलूस के रूप में निकाला गया।

यह भी पढें- ईद में बचा बकरा मुहर्रम मे नाचेगा

Read  जगन्नाथ की 'बहुदा यात्रा' में उमड़ा उज्ज्वल नगर, परिसर, ‘जय जगन्नाथ’ के जयघोष से गूंज उठा

विशेष बात यह रही कि इस जुलूस में महिला एवं पुरुषों की सहभागिता बराबरी की रही। मातमी गीतों के सुरों में डूबे लोगों का कारवां जब गांव की गलियों से होकर इमामबाड़े की ओर बढ़ा, तो माहौल पूरी तरह आस्था और श्रद्धा से ओतप्रोत नजर आया। इसके पश्चात सभी ताजियों को एकत्र कर भव्य जुलूस के साथ ‘करबला’ ले जाकर ‘सुपुर्द-ए-खाक’ किया गया।

इस बार का आयोजन कई मायनों में खास रहा। जहां एक ओर धार्मिक अनुशासन और परंपराओं का अनुपालन हुआ, वहीं दूसरी ओर हिन्दू-मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मिलकर भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश की। गाँव के हिन्दू नागरिकों ने भी आयोजन में न केवल सक्रिय सहभागिता निभाई, बल्कि ताजिया निर्माण, सजावट और जल वितरण जैसी व्यवस्थाओं में भी अहम भूमिका अदा की।

बच्चे ताजिया के साथ

एक विशेष आकर्षण रहा नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा निकाला गया ताजिया, जिसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। बच्चों के पारंपरिक वेशभूषा में सजकर ताजिया उठाने के जज्बे ने हर किसी का दिल जीत लिया।

Read  लालगंज में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण का मामला, भूमाफिया बेखौफ

जुलूस में शामिल लोग

पूरे आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। क्षेत्रीय पुलिस चौकी करतल के प्रभारी अनिल कुमार राय ने अपने सहयोगी पुलिस कर्मियों के साथ मुस्तैदी से निगरानी रखी। उनकी सतर्कता एवं समन्वय से संपूर्ण कार्यक्रम पूर्णतः शांति व सौहार्द के वातावरण में संपन्न हुआ।

ग्राम पुकारी में मनाया गया यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था की अभिव्यक्ति रहा, बल्कि आपसी प्रेम, समर्पण और शांति की मिसाल भी बना।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
22,400SubscribersSubscribe

हर बार वही शिकायत! तो किस काम के अधिकारी?” – SDM ने लगाई फटकार

चित्रकूट के मानिकपुर तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में उपजिलाधिकारी मो. जसीम ने अधिकारियों को दो टूक कहा—"जनशिकायतों का शीघ्र समाधान करें,...

“मैं नालायक ही सही, पर संघर्ष की दास्तां अनसुनी क्यों?” — रायबरेली की आलोचना से आहत हुए मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का भावुक पत्र

 रायबरेली की राजनीति में हलचल! उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने फेसबुक पोस्ट के ज़रिए आलोचकों को दिया करारा जवाब। संघर्षों और उपलब्धियों को...
- Advertisement -spot_img
spot_img

सड़क पर ही मिला सबक! सरेबाज़ार युवती ने उतारी चप्पल, पीट-पीटकर किया हलाकान

उन्नाव के शुक्लागंज बाजार में छेड़छाड़ से तंग आकर युवती ने युवक को चप्पलों और थप्पड़ों से पीटा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर...

अखिलेश यादव पर स्वतंत्र देव सिंह का तीखा वार: “साधु-संतों से सवाल, छांगुर पर चुप्पी कमाल”

जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश यादव पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वे साधु-संतों से तो सवाल पूछते हैं, लेकिन...